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मशीनीलाल-अफिमिलाल और भेडिए का आतंक
जब से हम सब ने नेट पर कॉमिक्स स्कैन करके अपलोड करने का काम शुरु किया है, तब से लेकर आजतक हमारा सिर्फ एक टारगेट था की किसी तरह से हमारे प्यारे बचपन की यादों को बचाया जाये. हम जिन दो कॉमिक्स प्रकाशन को सबसे ज्यादा चाहते थे,वो थे "मनोज कॉमिक्स", "राज कॉमिक्स","तुलसी कॉमिक्स" "पवन कॉमिक्स","प्रभात कॉमिक्स" आदि . पर जिस प्रकाशन की कॉमिक्स हमारे दिल के सबसे करीब है वो है मनोज कॉमिक्स और राज कॉमिक्स और भगवान् की हार्दिक कृपा है की "राज कॉमिक्स" आज भी जिन्दा है,हाँ मनोज कॉमिक्स का बंद होना हमारे लिए बहुत बड़ा सदमा था. अब उन कॉमिक्स को बचाने की चुनौती हमारे सामने थी,जो की अपने आप में बहुत कठिन कार्य था.पर जब हम कुछ ठान ले और वो न हो ऐसा कभी भी नहीं हो सकता है.और इस कार्य में इतने लोगो ने मदद की,कि उन सबके नाम गिनना भी असंभव है,यहाँ तक कि कुछ ऐसे लोगो ने भी मदद कि जिनके बारे में हमने सोचा भी नहीं था. आज उन सब कि कृपा से हम मनोज कॉमिक्स पूरी तरह से अपलोड करने कि स्थिति में है, जो एक कॉमिक्स इस काम में अडंगा डाल रही थी वो ये कॉमिक्स है जो आज अपलोड कर रहा हूँ और ये कॉमिक्स उस इंसान की देन जो नेट की दुनियां लगभग छोड़ चूका है. और वो है "कैलाश अग्रवाल जी". मै उनका तहेदिल से धन्यबाद करता हूँ की उन्होंने मनोज कॉमिक्स पूरी तरह से पूरी करने में जो आखरी परेशानी थी उसे भी दूर कर दी.
अब इस कॉमिक्स की कहानी के बारे में बात कर ली जाये, मनोज चित्रकथा में जो भी छपा है उसकी कहानी का तो कोई जबाब नहीं है, और ये कॉमिकस भी कुछ वैसे ही है, बस इतना ही कह सकता हूँ की इस बेहतर कॉमिकस का आनंद ले फिर मिलते है.....
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मशीनीलाल-अफिमिलाल और भेडिए का आतंक
जब से हम सब ने नेट पर कॉमिक्स स्कैन करके अपलोड करने का काम शुरु किया है, तब से लेकर आजतक हमारा सिर्फ एक टारगेट था की किसी तरह से हमारे प्यारे बचपन की यादों को बचाया जाये. हम जिन दो कॉमिक्स प्रकाशन को सबसे ज्यादा चाहते थे,वो थे "मनोज कॉमिक्स", "राज कॉमिक्स","तुलसी कॉमिक्स" "पवन कॉमिक्स","प्रभात कॉमिक्स" आदि . पर जिस प्रकाशन की कॉमिक्स हमारे दिल के सबसे करीब है वो है मनोज कॉमिक्स और राज कॉमिक्स और भगवान् की हार्दिक कृपा है की "राज कॉमिक्स" आज भी जिन्दा है,हाँ मनोज कॉमिक्स का बंद होना हमारे लिए बहुत बड़ा सदमा था. अब उन कॉमिक्स को बचाने की चुनौती हमारे सामने थी,जो की अपने आप में बहुत कठिन कार्य था.पर जब हम कुछ ठान ले और वो न हो ऐसा कभी भी नहीं हो सकता है.और इस कार्य में इतने लोगो ने मदद की,कि उन सबके नाम गिनना भी असंभव है,यहाँ तक कि कुछ ऐसे लोगो ने भी मदद कि जिनके बारे में हमने सोचा भी नहीं था. आज उन सब कि कृपा से हम मनोज कॉमिक्स पूरी तरह से अपलोड करने कि स्थिति में है, जो एक कॉमिक्स इस काम में अडंगा डाल रही थी वो ये कॉमिक्स है जो आज अपलोड कर रहा हूँ और ये कॉमिक्स उस इंसान की देन जो नेट की दुनियां लगभग छोड़ चूका है. और वो है "कैलाश अग्रवाल जी". मै उनका तहेदिल से धन्यबाद करता हूँ की उन्होंने मनोज कॉमिक्स पूरी तरह से पूरी करने में जो आखरी परेशानी थी उसे भी दूर कर दी.
अब इस कॉमिक्स की कहानी के बारे में बात कर ली जाये, मनोज चित्रकथा में जो भी छपा है उसकी कहानी का तो कोई जबाब नहीं है, और ये कॉमिकस भी कुछ वैसे ही है, बस इतना ही कह सकता हूँ की इस बेहतर कॉमिकस का आनंद ले फिर मिलते है.....
Thanks a lot bro for one more much awaited comic
ReplyDeleteWelcome brother
ReplyDeletethank god to see u back dost
ReplyDeletewelcome brother
DeleteThanx a lot Manoj Bhaiya
ReplyDeletewelcome brother
DeleteGreat work....Many many Thanks for upload
ReplyDeleteWelcome brother
Deleteye comics mill jayegi kya bhaiya
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