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मनोज कॉमिक्स-६९८ -सुनहरी तीर
ये कॉमिक्स भी मनोज कॉमिक्स में बिना हीरो वाली कॉमिक्स में से एक है। कहानी अंसार अख्तर जी द्वारा लिखी गयी है। कहानी लाजबाब है जितनी बार इससे पढ़ेंगे उतनी बार इस कहानी की तारीफ करेंगे।
कहानी सुरु होती है शेठ सुंदर लाल को मिले एक पार्शल से। जिसके साथ सुनहरी तीर और एक पत्र प्राप्त होता है जिसके अनुसार ऐसे ही चार और पत्र व सुनहरा तीर उन सब को भी भेजा है और सब से बाकि के सुनहरे तीर इकठ्ठा करने को कहा गया है जैसे भी संभव हो। और जो ऐसा नहीं करता उससे मिलेगी मौत। फिर तीर के साथ छेड़खानी करने पर वो एक तरफ से खुल जाता है और उसमे मिलता है एक नक्से का टुकड़ा मतलब बाकि के टुकड़े और लोगो के तीर में होने।
ये नक्सा क्या है / खजाने का नक्सा ? या कोई और चक्कर। इस चक्कर के चक्कर में क्या-क्या होता है।
ये तो आप को कॉमिक्स पढ़ कर ही पता लगेगा।
पिछले दोनों पोस्ट में मैंने कॉमिक्स को लेकर होनी वाली परेशानी के बारे में कहा था। यदि आप सब में से कोई मेरी मदद कर पाए तो बहुत अच्छा होगा। वैसे मैं इसकी उम्मीद कम ही करता हूँ। जब आप लोग कॉमिक्स डाउनलोड करने के बाद धन्यवाद तो करते नहीं जो की मेरी कॉमिक्स अपलोडिंग में की गयी मेहनत का ०.०१% भी नहीं है तो किसी और बात की उम्मीद करना बेमानी ही होगा। पर फिर भी मैं आप सब से ये इसलिए कह रहा हूँ। कि जिससे कोई ये न कहे की मुझसे कहा होता।
वैसे भी जैसे १०० % लोग ईमानदार नहीं हो सकते वैसे ही १००% लोग बेईमान नहीं हो सकते। तो हो सकता है मुझे आप में से किसी से कोई मदद मिल ही जाये।
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मनोज कॉमिक्स-६९८ -सुनहरी तीर
ये कॉमिक्स भी मनोज कॉमिक्स में बिना हीरो वाली कॉमिक्स में से एक है। कहानी अंसार अख्तर जी द्वारा लिखी गयी है। कहानी लाजबाब है जितनी बार इससे पढ़ेंगे उतनी बार इस कहानी की तारीफ करेंगे।
कहानी सुरु होती है शेठ सुंदर लाल को मिले एक पार्शल से। जिसके साथ सुनहरी तीर और एक पत्र प्राप्त होता है जिसके अनुसार ऐसे ही चार और पत्र व सुनहरा तीर उन सब को भी भेजा है और सब से बाकि के सुनहरे तीर इकठ्ठा करने को कहा गया है जैसे भी संभव हो। और जो ऐसा नहीं करता उससे मिलेगी मौत। फिर तीर के साथ छेड़खानी करने पर वो एक तरफ से खुल जाता है और उसमे मिलता है एक नक्से का टुकड़ा मतलब बाकि के टुकड़े और लोगो के तीर में होने।
ये नक्सा क्या है / खजाने का नक्सा ? या कोई और चक्कर। इस चक्कर के चक्कर में क्या-क्या होता है।
ये तो आप को कॉमिक्स पढ़ कर ही पता लगेगा।
पिछले दोनों पोस्ट में मैंने कॉमिक्स को लेकर होनी वाली परेशानी के बारे में कहा था। यदि आप सब में से कोई मेरी मदद कर पाए तो बहुत अच्छा होगा। वैसे मैं इसकी उम्मीद कम ही करता हूँ। जब आप लोग कॉमिक्स डाउनलोड करने के बाद धन्यवाद तो करते नहीं जो की मेरी कॉमिक्स अपलोडिंग में की गयी मेहनत का ०.०१% भी नहीं है तो किसी और बात की उम्मीद करना बेमानी ही होगा। पर फिर भी मैं आप सब से ये इसलिए कह रहा हूँ। कि जिससे कोई ये न कहे की मुझसे कहा होता।
वैसे भी जैसे १०० % लोग ईमानदार नहीं हो सकते वैसे ही १००% लोग बेईमान नहीं हो सकते। तो हो सकता है मुझे आप में से किसी से कोई मदद मिल ही जाये।
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