Saturday, 9 June 2012

पवन कॉमिक्स-सुर्यपुत्र



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"सुर्यपुत्र" पवन कॉमिक्स का पहला सुपर हीरो
वैसे तो 'राम बलराम', 'सुखीराम और दुखीराम' को इस पब्लिकेसन के सुपर हीरो माना जा सकता है परन्तु "सुर्यपुत्र" ही इनका असली सुपर हीरो माना जा सकता है . क्योंकि सुर्यपुत्र की कॉमिक्स का सबको इंतजान रहता था बाकि की कॉमिक्स तो मिल जाये तो लोग पढ़ लेते थे, पर उनको मांग कर पढने वाले लोग बहुत ही कम थे. हाँ बाद में "सुपर पवार विक्रांत" भी एक शक्तिशाली सुपर हीरो था पर सुर्यपुत्र के सामने वो भी कुछ नहीं था., और सुर्यपुत्र की कहानिया भी बहुत लाजबाब होती थी इसलिए ये सुपर हीरो किसी और सुपर हीरो से कम तो बिलकुल भी नहीं था किसी सुपर हीरो की की शुरुवात की कॉमिक्स ही ये बता देती है की वो सुपर हीरो कितने दिन चलने वाला है, और अगर आप सुर्यपुत्र की पहली कॉमिक्स पढेंगे तो आप खुद ही अंदाज़ा लगा पाएंगे की सुर्यपुत्र क्यों एक बेहतरीन सुपर हीरो है, सुर्यपुत्र मेरा पसन्दीदा सुपर हीरो है और एक समय तो मेरे पास इस हीरो के सारी कॉमिक्स थी और फिर एक समय आया की एक भी कॉमिक्स नहीं बची. फिर सुर्यपुत्र का नाम लेते हुँए इस सुपर हीरो के कॉमिक्स फिर से जमा करना शुरू किया ,और आज एक कॉमिक्स छोड़ कर सारी मेरे पास है , और ये सुर्यपुत्र की पहली कॉमिक्स तो 'देवेन्द्र भाई' ने अपनी इकलौती कॉमिक्स मुझे दे दी वरना शायद ये कॉमिक्स मुझे कही नहीं मिलती. इसलिए उन्हें दिल से धन्यवाद.

9 comments:

  1. great sir good job keep going upload many comies

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  2. plz upload amar chitr kath comies

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    1. Dear
      i will take care of that also
      and upload some amar chitrakatha

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  3. manoj ji i rem, my old days when i reading books in rent but now your site giveing free reading its realy gr8t works thanks to you.

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      and u know that money is biggest motivator

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  4. Thanks a lot Manoj bro for one more rare comic. Mujhe aapse yehi umeed hai, rare and rare comics ki. Thanks to Devendra Bro as well for providing the orginal.

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    1. You are most welcome brother
      i m tying hard to fulfill everyones
      need

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  5. This is not my blog
    then i m helpless

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MC-1112-Ma Ka Karz

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