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प्रभात कॉमिक्स-४11-अन्तरिक्ष का पिशाच
जैसा की मै पहले ही कह चुका हूँ कि दूसरी दुनियां कि कहानी पढने में मुझे बहुत ही अच्छा लगता है.वैसे तो धरती के बाहर की दुनियां के बारे में हर प्रकाशन ने कॉमिक्स छापी है. राज कॉमिक्स ने परमाणु की "ब्लैक बेल्ट" कॉमिक्स जो की मुझे याद आ है जिसमे कोई दुसरे ग्रह का अपराधी आता है. राज कॉमिक्स ने हमेशा दुसरे ग्रह से अपराधी या फिर ऐसा कहे की उनके पहले दो सुपर हीरो "विनाशदूत" और "गगन" ही दुसरे ग्रह की पैदाइश है तो गलत नहीं होगा पर उन्होंने अपनी कहानी को हमेशा धरती पर रखा और सुपर हीरो और अपराधी दुसरे ग्रह से आयात करते रहे पर पूरी कहानी दूसरी दुनियां के बारे में लिखने की हिम्मत कभी नहीं जुटा पाए,हाँ कुछ कॉमिक्स इसका अपवाद हो सकती है एक तो "उड़नतस्तरी के बंधक" और दूसरी "कंजा".
पर इस मामले में मनोज कॉमिक्स ने बहुत काम किया उन्होंने राम-रहीम की कॉमिक्स में भी राम रहीम को कई बात धरती से बाहर ले गए और लगभग पूरी कहानी दुसरे ग्रह पर ही चली, (अन्तरिक्ष मानव सिरीज़)."आक्रोश " की कॉमिक्स "तूफ़ान" की कॉमिक्स और "टोटान" और "विनाश" की कॉमिक्स में बड़ा हिस्सा धरती के बाहर का ही था.
अब बात इस कॉमिक्स की कर ली जाये, जैसा की उम्मीद है की आप सब ने इसका पहला भाग पढ़ लिया होगा और जैसा की इसके पहले भाग में था भारत विशाल बुरी तरह फंस गए है वो किस तरह से निकलते है ये इस कहानी में देखने को मिलेगा. कहानी बहुत अच्छी बनी है मै थोड़ा चित्रों को लेकर निराश था पर इस कॉमिक्स में वो निराशा पूरी तरह तो नहीं पर कुछ जरुर दूर हुवी है.
बाकि आप इस बेहतर कहानी का मज़ा ले फिर मिलते है ..........
प्रभात कॉमिक्स-४11-अन्तरिक्ष का पिशाच
जैसा की मै पहले ही कह चुका हूँ कि दूसरी दुनियां कि कहानी पढने में मुझे बहुत ही अच्छा लगता है.वैसे तो धरती के बाहर की दुनियां के बारे में हर प्रकाशन ने कॉमिक्स छापी है. राज कॉमिक्स ने परमाणु की "ब्लैक बेल्ट" कॉमिक्स जो की मुझे याद आ है जिसमे कोई दुसरे ग्रह का अपराधी आता है. राज कॉमिक्स ने हमेशा दुसरे ग्रह से अपराधी या फिर ऐसा कहे की उनके पहले दो सुपर हीरो "विनाशदूत" और "गगन" ही दुसरे ग्रह की पैदाइश है तो गलत नहीं होगा पर उन्होंने अपनी कहानी को हमेशा धरती पर रखा और सुपर हीरो और अपराधी दुसरे ग्रह से आयात करते रहे पर पूरी कहानी दूसरी दुनियां के बारे में लिखने की हिम्मत कभी नहीं जुटा पाए,हाँ कुछ कॉमिक्स इसका अपवाद हो सकती है एक तो "उड़नतस्तरी के बंधक" और दूसरी "कंजा".
पर इस मामले में मनोज कॉमिक्स ने बहुत काम किया उन्होंने राम-रहीम की कॉमिक्स में भी राम रहीम को कई बात धरती से बाहर ले गए और लगभग पूरी कहानी दुसरे ग्रह पर ही चली, (अन्तरिक्ष मानव सिरीज़)."आक्रोश " की कॉमिक्स "तूफ़ान" की कॉमिक्स और "टोटान" और "विनाश" की कॉमिक्स में बड़ा हिस्सा धरती के बाहर का ही था.
अब बात इस कॉमिक्स की कर ली जाये, जैसा की उम्मीद है की आप सब ने इसका पहला भाग पढ़ लिया होगा और जैसा की इसके पहले भाग में था भारत विशाल बुरी तरह फंस गए है वो किस तरह से निकलते है ये इस कहानी में देखने को मिलेगा. कहानी बहुत अच्छी बनी है मै थोड़ा चित्रों को लेकर निराश था पर इस कॉमिक्स में वो निराशा पूरी तरह तो नहीं पर कुछ जरुर दूर हुवी है.
बाकि आप इस बेहतर कहानी का मज़ा ले फिर मिलते है ..........
Thanks a lot for sharing
ReplyDeleteWelcome brother
DeleteThanx a lot Manoj Bhaiya
ReplyDeleteWelcome brother
DeleteManoj Bro, your back to back blast from the glorious comics past just make me a fan of Prabhat Chitra Katha (earlier I used to ignore it) . Mysterious space adventure in form of ‘Antriksh ka Danav aur antriksh ka pishach story is worth reading again and again for any space saga fan ! Now keeping my finger cross for “Antriksh Ka Darinda” and I m sure you will post it soon :)
ReplyDeleteThanks brother
Deleteit is good news for you that i have already scanned Antriksh ka Darinda. it will uploaded on 01 nov 2012.
i will tray to continue posting comics related to space.